चलो दूरी ही सही
अब तो सुकून से रह रहे होंगे न तुम
इस सुनशान जगह छोड़ कर
पल भर की खुशी
पल भर का साथ
पल भर का गम देखर,
चलो दूरी ही सही
अब तो खुश होंगे न तुम
न तुम्हे कोई परेशान करेगा
न ही सवाल का जवाब मांगेगा
न ही बातें होंगी
बोलो न
चुप क्यों हो तुम ?
चलो दूरी ही सही
अब तो अपने मंज़िल को चुमोगे न तुम
अपनी हस्ती तो बना लोगो न तुम
बोलो न
चुप क्यों हो तुम ?
अब तो सुकून से रह रहे होंगे न तुम
इस सुनशान जगह छोड़ कर
पल भर की खुशी
पल भर का साथ
पल भर का गम देखर,
चलो दूरी ही सही
अब तो खुश होंगे न तुम
न तुम्हे कोई परेशान करेगा
न ही सवाल का जवाब मांगेगा
न ही बातें होंगी
बोलो न
चुप क्यों हो तुम ?
चलो दूरी ही सही
अब तो अपने मंज़िल को चुमोगे न तुम
अपनी हस्ती तो बना लोगो न तुम
बोलो न
चुप क्यों हो तुम ?
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