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मई 22, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

जिंदगी

 सर पर बोझ डुबोकर ख़्वाब फटे एड़ियां,घिसकर चप्पल  लालन-पालन है ज़िन्दगी  बुन कर, सहेज कर तारीफ एक गलती पर  बदनाम होना है ज़िन्दगी थाम कर उंगली बांध कर कलाई विदा कर बिटिया  आँसू बहाना है ज़िन्दगी  इकट्ठा कर मेहनत को पोटली में बांध घर से धक्के खाना है ज़िन्दगी  भटकते राहों में ठोकर खाकर  बिना बेटे/बेटियों के हाथों अग्नि से प्यार होना है ज़िन्दगी । @tumharashahar

बेवजह

  किसी का हाल पूछ लेना बेवजह सुकून तो नही दे सकता लेकिन उसकी परेशानी बढ़ा सकता है नज़र बन्द करके रखना ये शहर तुम्हें डूबा सकता है कमरे के अंदर कैद है तो क्या हुआ एक मुस्कान किसी की जान बना सकता है न चाहते हुए भी हम आए तेरे शहर शहर डूबा सकता है पके है सब यहां ज़िन्दगी की कड़वी धूप में हर कोई जला सकता है नजदीकियां बढ़ाने से पहले भांप लेते है वो समय आने पर दूरियां बना सकता है नज़रबंद करके रखो खुद को अजनबी बिना जाने हाल बता सकता है किसी का हाल पूछ लेंना बेवजह सुकून तो नहीं दे सकता लेकिन उसकी परेशानी बढ़ा सकता है । @tumharashahar