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जून 17, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अकेलापन

तुम क्यूँ रहते हो इतना दर्द मे ?  सिर्फ इसलिए न कि इश्क़ कर बैठते हो सबसे, अल्फाज़ो से, कविताओं से, उसकी लिखी जज़्बातों से.... तो सुन लो तुम अकेले आये थे अकेले ही जाओगे वैसे भी तुम आज अकेले ही हो आज पहली बार एहसास हो रहा तुम्हरा( माँ और पापा), पता नही जब तुम थी तो मैं बिखरने से नही डरता था, नही डरता था टूटने से मगर आज फिर से टूट गया , बिखर गया जानती हो, तुम्हारे होने से मुझे एक ऊर्जा मिलती थी मगर अब मैं अब खुद की ही ऊर्जा में जलने लगा हुँ, हो सके तो संभाल लो मुझे उस ताप में जलने से तुम सुन रही हो न माँ.....😢😢😢 ~~~मिन्टू

मेरा प्रेम

वो लिखती है बहुत कमाल , निकाल रख देती है दिल पन्नो पर, मजबूर कर देती है पढ़ने को, वो बहुत लाजवाब है वो नायाब तोहफा है मेरे लिए, मेरी नही है तो क्या हुआ जिसकी भी है वो किसी कोहिनूर से कम नही क्यूँ की वो लिखती है बहुत कमाल, निकाल रख देती है दिल पन्नो पर मैं हर बार कायल हो जाता हुँ उसकी कलम का, मैं कायल हो जाता हूँ उसके अल्फ़ाजो से पिरोए माला का, मैं डूब जाता हूं उसकी लेखनी में, क्यूँ की वो है बहुत कमाल, मेरी नही है तो क्या हुआ जिसकी भी है वो है बहुत लाजवाब, वो है कोहिनूर वो है मेरा प्यार वो है नायाब तोहफा मेरी ज़िंदगी का, मैं संभाल कर रखना चाहता हूं उसे किसी म्यूजियम में रहते है जैसे अज़ीज़, नायाब तोहफे कोई इतिहास जैसा सजा रखा होता, क्यों कि वो भी तो मेरे लिए नायाब है, उसका प्यार मेरे लिए तोहफा । ~~~मिन्टू