अभी तो टूटकर जुड़ना सिखा ही था
की फिर से टूट गया,
छलका जो आंखों से
उसे घूट घूट कर पी गया,
वैसे दफ़्न है सीने में कई अल्फ़ाज़
गर निकलने की कोशिश भी हुई
मगर उसे भी दफ़्न कर गया,
तू ये न समझना हुआ क्या है
बस समझना शांत समंदर सा हो गया
की फिर से टूट गया,
छलका जो आंखों से
उसे घूट घूट कर पी गया,
वैसे दफ़्न है सीने में कई अल्फ़ाज़
गर निकलने की कोशिश भी हुई
मगर उसे भी दफ़्न कर गया,
तू ये न समझना हुआ क्या है
बस समझना शांत समंदर सा हो गया
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